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एक दुल्हन की मौत -08-Jan-2022

भाग 2 


अब रचना को यकीन हो गया कि उन लोगों के साथ धोखा हुआ है । अर्नब की एक गर्लफ्रेंड है जो कनाडा में पिछले पांच साल से उसके साथ रहती है । साल भर में अर्नब करीब महीने भर के लिए भारत आता है । अर्नब की गर्लफ्रेंड ने भारत आने से मना कर दिया और उसे यहां पर एक ऐसी औरत की आवश्यकता है जो उसके तन की भूख शांत कर सके , जब तक वह भारत में रहे । मतलब भारत में भी एक बीवी हो जो भारतीय हो और कनाड़ा में भी एक बीवी हो जो कनाड़ा की हो । ना यहां लानी पड़े और ना यहां से ले जानी पड़े । काम भी चल जाये और आने जाने का खर्च भी । 


एन आर आई लड़कों को अपना दामाद बनाने के लिए भारत के लोग कुछ भी करने को तैयार रहते हैं । अर्नब भारतीयों की इस कमजोरी को भली भांति जानता था इसलिए उसने रचना के साथ यह शादी का नाटक किया लेकिन उसके मम्मी पापा की बेवकूफी के कारण सब किये कराये पर पानी फिर गया था  । अर्नब को अपने मम्मी पापा की मूर्खता पर बड़ा गुस्सा आया । मगर अब तो तीर कमान से छूट चुका था ।


रचना ने अपनी मम्मी को फोन पर संक्षेप में सारी बात बता दी ‌। वो लोग दो घंटे में ही रचना की ससुराल पहुंच गए। तब तक रचना थोड़ी सी नार्मल हो गई थी । मम्मी  से लिपट कर बहुत रोई थी वह । 


रचना के घरवालों ने वहां पर कोई हंगामा नहीं किया और चुपचाप रचना को अपने साथ ले आये । यद्यपि अर्नब और उसके घरवालों ने बहुत कोशिश की उन्हें रोकने की लेकिन कोई फायदा नहीं हुआ । रचना ने तय कर लिया था कि वह मोहरा नहीं बनेगी । रचना अपने पीहर वापस आ गई । 


रचना के पापा ने अपने एक परिचित वकील को बुलवा लिया और उन्हें सारी बात बता दी । वकील ने सलाह दी कि वे.सबसे पहले अर्नब और उसके घरवालों के विरुद्ध संबंधित थाने में रिपोर्ट दर्ज करायें । सब लोग महिला थाने गए और अर्नब तथा उसके परिवार जनों के विरुद्ध FIR दर्ज करा दी । 


रचना एक पढ़ी लिखी लड़की थी । वह समाचारों में पढ़ती थी कि विदेश मंत्री ने केवल एक ट्वीट पर कैसे किसी भारतीय की विदेश में मदद की थी । उसने भी विदेश मंत्री की मदद लेने के बारे में सोचा ।


रचना ने विदेश मंत्री को एक ट्वीट किया जिसमें अर्नब की चीटिंग की सारी पोल खोलते हुए मदद करने का आग्रह किया। विदेश मंत्री ने उसकी जांच के आदेश दे दिए । कनाडा में स्थित भारतीय दूतावास से रिपोर्ट मांगी गई । उसने तुरंत अपनी रिपोर्ट पेश कर दी । इस रिपोर्ट में अंकित था कि कनाडाई मूल की युवती एग्नेस अर्नब के साथ पिछले पांच साल से  यहां  रह रही है । उस लड़की ने स्वीकार किया था कि वह लिव इन रिलेशनशिप में पिछले पांच साल से अर्नब के साथ रह रही है और उसके अर्नब के साथ शारीरिक संबंध हैं। वे दोनों यद्यपि अभी अविवाहित हैं किन्तु शीघ्र ही दोनों शादी करने वाले है । 


इस रिपोर्ट के आधार पर अर्नब का वीजा , पासपोर्ट ब्लॉक कर दिया गया । पुलिस ने अर्नब और उसके घरवालों को गिरफ्तार कर लिया । सेशन कोर्ट ने भी जमानत से इंकार कर दिया 


हाई कोर्ट में बड़ी लंबी बहस चली और आखिर में उन सबको जमानत मिल गई लेकिन विदेश जाने पर रोक लगा दी गई । पासपोर्ट जब्त कर लिया गया । 


अर्नब के परिवार वालों ने रचना के परिवार वालों से मेल मुलाकात कर मामले को समझौता द्वारा  निबटाना चाहा । रचना के पापा को पता था कि भारतीय अदालतों की कार्य प्रणाली ऐसी है कि रचना के पूरे जीवन काल में भी यह केस खत्म हो जाये , इसकी कोई गारंटी किसी के पास नहीं है ।अदालतों की लंबी लड़ाई में न्याय नहीं मिलता । मिलती है तो बस एक तारीख ।


अतः उन्होंने रचना के ससुराल वालों से एक समझौता कर लिया । एक करोड़ रुपए खर्च हुए थे उनके विवाह में और पचास लाख रुपए मुकदमेबाजी की क्षतिपूर्ति के रूप में । इस प्रकार डेढ़ करोड़ रुपए में समझौता हो गया था । 


इस शादी के नाटक से रचना एकदम से टूट गई थी । उसकी मां ने उसे कहा कि कोई छोटा मोटा जॉब ढूंढ ले ।  घर से थोड़ा बाहर निकलेगी तो मन कुछ बहल जाएगा । रचना को भी यह बात सही लगी उसने एक कंपनी में जॉब शुरू कर दिया । वह अक्सर अपने काम से काम रखती थी और किसी से कोई फालतू बात नहीं करती थी । केवल काम ही उसकी प्राथमिकता थी । 


रचना की कंपनी का मालिक रीतेश आई आई टियन था जिसने एक स्टार्ट अप खोला था । उस कंपनी में बारह लड़कियां और छः लड़के थे ।‌रचना और सभी लड़कियां लंच टाइम में एक साथ लंच करते थे । दूसरी लड़कियां लंच के बाद कुछ खुसर-पुसर करतीं थीं । रचना उन बातों को समझ नहीं पाती थी । ‌ उसे अब धीरे धीरे पता चला कि ये लड़कियां क्या क्या बातें करतीं हैं । 


उन लड़कियों की बातों का एक ही विषय होता था रीतेश । ज्यादातर लड़कियां तो उसके लिए बुरा भला ही कहती थीं । रीतेश सब लोगों से काम पूरा लेता था और यथासंभव सबको खुश रखने का प्रयास भी करता था । एक लड़की ने कहा " साला समझता क्या है अपने आप को ? कृष्ण कन्हैया ? देखता ही नहीं है एक बार भी इधर । हम भी कोई कम हैं क्या " ?


दूसरी " मैंने भी बहुत कोशिश कर ली उसका ध्यान अपनी ओर खींचने की , पर पता नहीं साला किस मिट्टी का बना है ? एक बार भी नहीं देखा नालायक ने । मुझे तो कभी कभी डाउट होता है "? 


सबने एक साथ पूछा " किस बात पर" ?


" यही कि वो मर्द है भी या नहीं " ?


इस बात पर सभी लड़कियां खी खी करके हंस पड़ी । 


तीसरी ने कहा " मैं तो साले के लिए स्लीवलैस टॉप और टाइट जींस पहन कर आती हूं कि क्या पता मेरे फिगर पर ही मर मिटे । पर ना जाने कौन सी मिट्टी का बना है साला " 


इस तरह लंच टाइम में रीतेश सब लड़कियों के निशाने पर रहता था । रचना को न तो लड़कियों में कोई रुचि थी और न रीतेश में । लेकिन जब इतनी बात चल गई थी तो उसने एक दिन रीतेश को भरपूर नजर से  देखा । स्मार्ट लड़का था । सौम्य । धीर गम्भीर । उसे भी वह अच्छा लगा था । पर उसे क्या करना है ? यह सोचकर उसने रीतेश के ख्याल को मन से निकाल दिया । 


समय का फेर देखिए ,

अर्नब की नौकरी कनाडा में खत्म हो गई । एग्नेस भी उसे छोड़कर चली गई । अर्नब का अब कनाडा में कुछ नहीं बचा था । घर पर जमा पूंजी कोर्ट , पुलिस और कॉल गर्ल पर लुट रही थी । आखिर कब तक चलती वह जमा पूंजी । अब घर चलाना भारी हो रहा था उनका । उसने एक कंपनी में चालीस हजार रुपए में नौकरी शुरू कर दी थी । चूंकि उसके रंग ढंग वैसे ही थे तो एक दिन उसने अपनी एक कुलीग को छेड़ दिया । एक और रिपोर्ट दर्ज हो गई अर्नब के खिलाफ । दुबारा से जेल । अब वह बर्बाद हो चुका था । 


रीतेश को रचना का काम और व्यवहार पसंद आने लगा । एक दिन वह रचना के केबिन में जाकर रचना से बोला " अगर आपको कोई ऐतराज नहीं हो तो मैं आपके मम्मी पापा से आपसे शादी के सिलसिले में मिलना चाहता हूं " । रचना अवाक रह गई । जिस रीतेश के लिए लड़कियां लाइन लगा कर खड़ी हैं वह उसके पास खुद चलकर आया है ‌ । उसकी खुशी का कोई ठिकाना नहीं था। उसकी आंखों से आंसू आ गए । उसके आंसू देखकर रीतेश एकदम से घबरा गया ‌। उसने अपने वाक्यों के लिए माफी मांगी । रचना ने उसके हाथ अपने हाथ में ले लिए और कहा कि ये तो खुशी के आंसू हैं । 


रीतेश ने रचना के मम्मी पापा से बात की । सबको रिश्ता पसंद आ गया और दोनों की बड़ी सादगी के साथ शादी हो गई ।  स्विट्जरलैंड में हनीमून प्लान कर रहे हैं वो दोनों । 


हरिशंकर गोयल "हरि"


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5 Comments

AAHIL KHAN

10-Jan-2022 05:25 PM

Bahut achi kahani h

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Seema Priyadarshini sahay

09-Jan-2022 12:56 AM

बहुत खूबसूरती से कहानी को आगे बढ़ाया आपने।

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Hari Shanker Goyal "Hari"

09-Jan-2022 05:19 AM

बहुत बहुत आभार आपका मैम

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Shrishti pandey

08-Jan-2022 04:48 PM

Nice sir

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Hari Shanker Goyal "Hari"

09-Jan-2022 05:19 AM

धन्यवाद जी

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